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दरअसल, जीतू पटवारी ने अपनी बात रखने के दौरान ताई पर राजनैतिक कटाक्ष करते हुए कहा कि ताई आप ये मत भूलो कि हमने और इस शहर ने उस समय आपका साथ दिया, जब आपकी पार्टी के लोग आपका विरोध कर रहे थे। पटवारी की बात पूरी बात शांति से सुन रही सुमित्रा ताई इसी बात से नाराज हो गईं।
सार्वजनिक रूप से हुई इस टिप्पणी के बाद सुमित्रा महाजन ने पटवारी को बीच में रोकते हुए कहा जीतू ज्यादा मत बोलो, तुम अभी बच्चे हो। राजनैतिक जीवन में विरोध होना सामान्य बात है। मेरा हुआ तो कल तुम्हारा भी तुम्हारी पार्टी में हो सकता है। अभी शहर के विकास को लेकर बात हो रही है तो राजनीति मत करो।
इतना सुनते ही पूरे बैठक कक्ष में सन्नाटा पसर गया। अपनी गलती का अहसास होते ही पटवारी ने सुमित्रा ताई से माफी मांगी। बाद में सुमित्रा ताई की फटकार के बारे जीतू पटवारी ने कहा कि मां अपने बच्चे को समझाने पर डांटती है, मारती भी है। उन्होंने कहा कि इसलिए ताई ने मुझे जो कुछ समझाया है मैं ध्यान रखूंगा।