होशंगाबाद। सिवनी मालवा थाने में चोरी के मामले में सह-आरोपी बनाए गए जयप्रकाश लौवंशी (48 वर्ष) की मौत हो गई। आरोप है कि पुलिस ने उसे 5 दिन पहले हिरासत में ले लिया था जबकि गिरफ्तारी गुरूवार को दर्ज की गई और शुक्रवार सुबह उसकी मौत की खबर दे दी गई। परिजनों ने कहना है कि पुलिस ने 50 हजार रुपए मांगे थे, नहीं दिए तो उसे उल्टा लटकाकर मारा। पुलिस का कहना है कि आरोपी रात को थाने में ही था, सुबह वह गमझे से फांसी लगाकर मर गया। सवाल यह है कि यदि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था तो लॉकअप में क्यों नहीं डाला गया। यदि वो थाने में था तो उसने फांसी कैसे लगा ली। थाने में मौजूद स्टाफ ने रोका क्यों नहीं।
समाज के लोगों ने थाने में किया हंगामा
उधर, घटना की जानकारी लगते ही थाने पहुंचे लौवंशी समाज के लोगों ने जमकर हंगामा किया। मृतक के बेटे चिंटू ने पुलिस पर 50,000 रुपए मांगने एवं मारपीट करने का आरोप लगाया है। चिंटू का कहना है कि पुलिस ने जयप्रकाश को 5 दिन पहले ही हिरासत में ले लिया था। केस को रफा-दफा करने के लिए पुलिस ने आरोपी के परिवार से 50,000 रुपए की मांग की थी। पैसे नहीं दिए जाने पर पुलिस ने जयप्रकाश को उल्टा लटका कर मारा एवं उसे फांसी पर लटका दिया।
क्या था मामला...
नंदरवाडा में परिवार परामर्श केंद्र की अध्यक्ष नीलकमल उपाध्याय के घर पिछले दिनों 4 लाख रुपए की चोरी हुई थी। चोरी के 1 लाख 5 हजार नकदी, डेढ़ लाख की ज्वेलरी जब्त कर लिए गए हैं। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मालापाट के दिनेश लौवंशी उर्फ डान (30) को हरदा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। पूछताछ में दिनेश ने जयप्रकाश लौवंशी का भी नाम लिया था, जिसे पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने जयप्रकाश को इस मामले में सह-आरोपी बनाया था।