
बताया जा रहा है कि तबादला रुकवाने के लिए चकबंदी अधिकारी राकेश पाण्डेय ने बहुत जुगाड़ लगाए, लेकिन आयुक्त आदेश रद्द करने पर राजी नहीं हुए। जिसके बाद अधिकारी ने अपने बेटे मोहित उर्फ दिनेश पाण्डेय के साथ इंदिरा भवन स्थित आयुक्त कार्यालय जाकर जमकर तांडव मचाया। आरोप है कि पर्ची भेजकर दोनों चकबंदी आयुक्त के दफ्तर में दाखिल हुए और फिर दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद दोनों करीब आधे घंटे तक आयुक्त को पीटते रहे। दफ्तर के फर्नीचर व कप्यूटर तोड़ डाले और कागजात भी फाड़ दिए।
कर्मचारियों और अन्य अफसरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद दिनेश को मौके से गिरफ्तार किया गया। जबकि चकबंदी अधिकारी बीमारी का बहाना बनाकर अस्पताल में भर्ती हो गया। इस मामले में चकबंदी आयुक्त के स्टॉफ ने एफआईआर दर्ज कराई हैं। आईएएस हरिओम ने अपने ऊपर हुए हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसमें राकेश पाण्डेय, उनका बेटा और अन्य चार लोग शामिल थे। फिलहाल पुलिस राकेश पाण्डेय के डिस्चार्ज होने का इन्तजार कर रही है। उनके हॉस्पिटल से छुट्टी मिलते ही गिरफ्तार किया जाएगा।