बिहार। भू माफियाओं के आतंक में जो हो सो कम। बिहार से बेहद चौंकाने वाली खबर है कि यहां भू माफियाओं ने एक दो संपत्ति नहीं बल्कि पूरा एक गांव ही बेच डाला और किसी को कानों कान भनक तक ना लगी। यह गोरखधंधा पश्चिम चंपारण बेतिया के धोखराहा गांव का है जहां के इस वाकये को सुनने के बाद अवाम अवाक हैं। ज़ाहिर है नौकरशाही की मिलीभगत के बिना ये हो नहीं सकता था इसलिए सरकारी बाबुओं के इसमें लिप्त होने की जानकारी है। इस गांव की अधिकांश भूमि शासकीय है।
एक दिन अचानक भू माफिया रामबाबू अपनी टोली के साथ गांव पहुंचा और बोला कि अब ये गांव हमारा है, इसे खाली करो। यह सुनकर गांव वालों के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। गांव वाले प्रशासनिक अधिकारियों के पास गुहार लगाने पहुंचे। वहां पता चला कि जालसाजी से रामबाबू ने यहां के भूमिहीन परिवारों के आशियाने तक हड़प लिए हैं।
हालांकि प्रशासन ने रामबाबू का नाम रिकार्ड से हटाया लेकिन इससे गांव में असुरक्षा का भाव तो आ ही गया है। इधर, बीजेपी विधायक भागीरथी देवी ने सीएम नीतीश कुमार पर टिप्पणी की है कि यहां असुरक्षा है। बीजेपी के सांसद सतीश चंद्र दुबे ने गांव वालों के पक्ष में लड़ाई लड़ने का हवाला ज़रूर दिया है लेकिन इस घटना से भू माफियाओं की दहशत गहरे तक पैठ चुकी है, जिससे पार पाना फिलहाल तो मुमकिन नज़र नहीं आता।