सितम्बर 2013 में गईं थीं जेल, उसी अवसर का फोटो |
भोपाल। मप्र में दलित राजनीति का नया चैहरा बन गए आईएएस शशि कर्णावत और रमेश थेटे के रास्ते अब अलग अलग होने वाले हैं। शशि कर्णावत का बुरा वक्त खत्म होने को है, परंतु थेटे की कहानी शायद लम्बी चलेगी।
लंबे समय से मुख्यमंत्री से समय मांग रहीं सस्पेंडेड आईएएस शशि कर्णावत को आज सीएम ने मिलने के लिए बुलाया। वो अपनी मां के साथ सुबह ठीक 10 बजे सीएम हाउस पहुंच गईं। कर्णावत ने बताया कि वे मुख्यमंत्री से उनका निलंबन समाप्त कर बहाल करने की मांग को लेकर मिलीं थी। मुख्यमंत्री का इस मामले में सकारात्मक रुख है। मुख्यमंत्री ने उन्हेंं इस मामले में शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
कर्णावत ने आईएएस रमेश थेटे के साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के एसीएस जुलानिया द्वारा किए जा रहे पक्षपात, उन्हें महत्वपूर्ण कामों से दूर रखने और उनकी पदोन्नति भी लंबित होने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा कि थेटे के मामले में वे अलग से बात करेंगे।