भोपाल। तेज बारिश में डूबते भोपालियों को बचाने के लिए कई ऐसे लोग निकले जिनकी संवैधानिक जिम्मेदारियां नहीं थीं। वो बस इंसानियत के नाते जुटे हुए थे। इन्ही में से एक था दीपक साहू। 21 साल के इस युवक ने पानी में फंसे 20 लोगों को जिंदा बचाया। 21वें प्रयास में जब वो एक वृद्ध महिला को बचा रहा था तभी उसका पैर फिसल गया और वो नाले में बह गया जिससे उसकी मौत हो गई। आज सारा शहर दीपक साहू के लिए शोकमग्न है।
दीपक साहू ने मूसलधार बारिश के दौरान भोपाल के लड़के ने अपनी जान की परवाह न करते हुए 4 घंटे में 20 लोगों को जिंदा बचाया। 21 साल का दीपक अपने दूसरे साथियों के साथ रात तीन बजे से ही पानी में फंसे लोगों को बाहर निकालने के काम में लगा था। इस दौरान उसने करीब 20 लोगों को पानी से सुरक्षित बाहर निकाला।
शनिवार सुबह तक राजीव नगर झुग्गी बस्ती से गुजरने वाला नाला उफान पर था। सुबह 7.10 बजे दीपक को जानकारी मिली कि झुग्गी में एक 60 साल की महिला फंसी है। दीपक अपने भाई प्रदीप और के साथ महिला के घर पहुंचा। महिला को निकालकर नाला क्रॉस करते वक्त उसका पैर फिसल गया और वह पानी में बह गया। 20 मिनट बाद लोगाें को इसकी खबर लगी। खोज शुरू हुई तो दीपक का शव नाले के बीच एक पेड़ से सटा मिला। बड़े भाई प्रदीप साहू ने बताया कि उसकी सोमवार को सगाई थी। कुछ दिन पहले ही उसका रिश्ता तय हुआ था। वह भोपाल में एक दुकान पर नौकरी करता था। दीपक तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर का था।