ढाका। ढाका में आतंकवादी हमले पर रविवार को शुरू हुए दो दिन के राष्ट्रीय शोक के बीच, बांग्लादेश ने सबसे घातक हमले के लिए ‘स्थानीय’ इस्लामी आतंकवादियों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को जिम्मेदार ठहराया। बांग्लादेश ने इस हमले के लिए आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की भूमिका खारिज की है। इस हमले में 20 बंधकों की हत्या की गई थी।
गृहमंत्री असदुज्जमां खान ने पीटीआई-भाषा से बातें करते हुए कहा, ‘मुझे एक बार फिर साफ करने दें, बांग्लादेश में किसी आईएसआईएस या अल-कायदा का वजूद नहीं है। बंधक बनाने वाले सभी देश में ही पले-बढ़े आतंकवादी थे, ना कि आईएसआईएस या किसी अन्य अंतरराष्ट्रीय इस्लामी संगठन के सदस्य।’
खान ने कहा, ‘हम उन्हें (बंधक बनाने वालों को) उनके पूर्वजों के साथ जानते हैं, वे सभी बांग्लादेश में पले-बढ़े हैं। वे जेएमबी (जमीयतुल मुजाहिदीन बांग्लादेश) जैसे देश में ही पनपे संगठनों से जुड़े हैं।’ ढाका के राजनयिक क्षेत्र में स्थित और विदेशियों के बीच लोकप्रिय रेस्तरां होले आर्टिजन बेकरी में 12 घंटे तक लोगों को बंधक बनाने के प्रकरण का अंत सैन्य कार्रवाई में हुआ। आतंकवादियों ने 20 बंधकों की हत्या कर दी जबकि सैन्य कार्रवाई में छह आतंकवादी मारे गए और एक जिंदा गिरफ्तार हुआ। आईएस का दावा है कि उसने इस आतंकवादी हमले को अंजाम दिया है।
आतंकवादियों ने जिन बंधकों की हत्या कर दी उनमें 19 साल की भारतीय किशोरी तारिषी जैन शामिल है। आतंकवादियों के हाथों मारे गये लोगों में 9 इतालवी, 7 जापानी, बांग्लादेशी मूल का एक अमेरिकी और दो बांग्लादेशी नागरिक शामिल हैं।