ढाका। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आतंकियों के खिलाफ चल रहा ऑपरेशन खत्म हो गया है। हमले में 20 लोगों की मौत हुई है, जबकि कई बंधकों को छुड़ा लिया गया है। इन सब के बीच एक खुलासा हुआ है कि आतंकी बंधकों से कुरान की आयतें सुनाने को कह रहे थे, जो आयतें सुना देता उसे वह छोड़ देते थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जो शख्स आयतें नहीं सुना पा रहा था, उसे आतंकी प्रताड़ित कर रहे थे। एक अंग्रेजी वेबसाइट के अनुसार, ढाका के गुलशन रोड स्थित रेस्त्रा में आतंकियों ने जिन लोगों को बंधक बनाया था, उनमें हसनात करीम भी थे। उनके पिता रिजाउल करीम ने बताया कि आतंकियों ने बंधकों से कुरान आयतें सुनाने को कहा। उन्होंने बताया कि जो ऐसा नहीं कर पाए उनको प्रताड़ित किया गया। हसनात हादसे के वक्त रेस्त्रां में ही मौजूद थे।
ऑपरेशन खत्म, एक भारतीय की मौत
ढाका में हुए आतंकी हमले में एक भारतीय लड़की की मौत हुई है। लड़की का नाम तारूषि है, जिसकी उम्र 19 वर्ष बताई जा रही है। भारतीय दूतावास ने तारूषि की मौत की पुष्टि कर दी है। ढाका के उच्च सुरक्षा घेरे वाले राजनयिक क्षेत्र के एक रेस्तरां में आईएसआईएस के आतंकवादियों ने निर्मम हमले में 20 विदेशी नागरिकों की हत्या कर दी। इसके बाद बांग्लादेशी कमांडो ने छह आतंकवादियों को मार गिराया और एक को जिंदा पकड़ लिया।