
ग्रामीणों की मानें तो उनके गांव में पानी के लिए कोई हैंडपंप आदी नहीं है, ऐसे में बारिश होने पर उन्होंने डिब्बे आदी बाहर रख दिए थे। पानी भर जाने पर वो उन्हें घर ले आए और उसे पी लिया। पानी पीते ही एक के बाद एक लोगों की तबियत बिगड़ने लगी और गांव के हर घर में डायरिया के मरीज हो गए।
स्वास्थ्य विभाग को जानकारी लगते ही पूरी टीम ग्राम के पंचायत भवन में दवाइयों के साथ तैनात कर दी गई है और दावा किया जा रहा है की अब हालत कंट्रोल में है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है की दवाइयां भी असर नहीं कर रही हैं और मरीजों की हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। इस बीच जिला प्रशासन की तरफ से हालात जानने एसडीएम भी सुखलौड़ी गांव पहुंचे. जहां उन्होंने हालात का जायजा लिया।