
हाल ही में वीरेंद्र ने हाई कोर्ट में जमानत आवेदन पेश कर गुहार लगाई कि 13 जुलाई को रुखसार नामक महिला से उसका विवाह है। तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कार्ड बंट चुके हैं। उसका शादी में शामिल होना जरूरी है, इसलिए उसे 15 दिन के लिए जमानत पर रिहा किया जाए।
आवेदन के साथ रुखसार की मां चांदनी बी का शपथ-पत्र भी था। इसमें उसने स्वीकारा था कि उसकी बेटी की शादी वीरेंद्र के साथ होने वाली है। एडवोकेट अजय बागड़िया और अजय मिश्रा ने आपत्ति दर्ज कराते हुए तर्क रखा कि जिस महिला से आरोपी शादी की बात कर रहा है, वह शादीशुदा है और उसका आपराधिक रिकॉर्ड है।