
केके दीक्षित के मुताबिक, उनकी चार बेटियां हैं और चारों की शादी हो चुकी है। 2012 में उनकी पत्नी उमादेवी की हार्टअटैक से मौत हो गई, जिसके बाद वो अकेले हो गए। बेटियां और नाती-नातिन जब घर मिलने आते तो अचानक घर खुशियों से भर जाता, लेकिन उनके जाते ही घर काटने को दौड़ने लगता।
इस बीच इंदौर में सर्व ब्राह्मण समाज के सम्मेलन में उनकी मुलाकात किरण सिंह से हुई। किरण सिंह के पति की मौत भी 10 साल पहले हो चुकी है। उनका भी एक बेटा है जिसकी शादी हो चुकी है, जिसके बाद से वो भी अकेले जी रही थीं।
दोनों के बीच मुलाकात बढ़ी तो दोनों ने बची हुई जिंदगी एक-दूसरे के साथ बिताने का फैसला किया। ये फैसला लेने के बाद केके दीक्षित और किरण सिंह ने एडीएम कोर्ट में शादी के लिए आवेदन दे दिया है। केके दीक्षित ने बताया कि उनके इस रिश्ते को उनके बच्चों ने भी खुले दिल से स्वीकार किया है। ऐसे में अब दुनिया उनके बारे में क्या सोचेगी इसका उन्हें कोई डर नहीं है।