मुंबई। गोल्डमैन के नाम से मशहूर पुणे के चिटफंड कारोबारी दत्तात्रेय फुगे की गुरुवार की रात हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस दत्तात्रेय की हत्या को चिटफंड स्कैम से जोड़कर देख रही है। दत्तात्रेय फुगे राजनीति में भी सक्रिय थे। उन्हें सोने का काफी क्रेज था। एक कार्यक्रम के दौरान एक बार उन्होंने 1.2 करोड़ रुपये के कीमत की शर्ट पहनी थी, जिसके बाद वह चर्चा में आए। इसके बाद उन्हें 'गोल्डमैन' के नाम से जाना जाने लगा। दत्तात्रेय की पत्नी पुणे के पास पिंपरी म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में एनसीपी कॉर्पोरेटर हैं।
हमेशा 20 बॉडीगार्ड से घिरे रहने वाले फुगे घटना के दौरान अकेले थे। संभवतः आरोपियों को पता चल गया था कि उनके साथ इस वक़्त बॉडीगार्ड साथ नहीं हैं। पुलिस ने हत्या के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया है। हत्या की जांच कर रही पुलिस को पता चला है कि फुगे 'मनी वक्रतुंड' नाम से चिटफंड कंपनी चलाते थे। इस कंपनी के नाम पर उन्होंने कई लोगों से करोड़ों का इन्वेस्टमेंट करवाया था। फुगे पर लोगों के पैसे ऐंठने का आरोप भी लगा था। उनके खिलाफ कई लोगों ने एफआईआर भी दर्ज करवाई थी।
शुक्रवार तड़के 3 बजे के आसपास वे शहर के दिघे इलाके से बर्थडे पार्टी में शामिल होकर घर लौट रहे थे। रास्ते में उनपर 7-8 लोगों ने पत्थरों, डंडे और चाकुओं से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से उन्हें बचने का मौका नहीं मिला और उनका पूरा शरीर खून से रंग गया था। सुबह पुलिस को उनका शव सड़क पर क्षत-विक्षत हालत में मिला।
4 आरोपी हिरासत में
हत्या की इन्फॉर्मेशन के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। दत्ता की हत्या में शक के आधार पर पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया है। फिलहाल पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है। जांच में पता चला है कि पैसे गबन करने से ये सभी दत्ता से नाराज चल रहे थे।