
बेंगलुरु के कलाकारों ने 2 साल में बनाई मूर्ति
खुरई रोड पर मूर्ति का निर्माण कार्य वर्ष 2014 में शुरू हुआ था। बेंगलुरु के कलाकारों ने इसे मूर्त रूप दिया। श्रीधर मूर्ति ने बताया कि हमारे 12 से 16 लोगों ने रोजाना काम किया। 14 फीट का जो सिंहासन है, उसके नीचे गुफा है। आरसीसी से बनी यह प्रतिमा पांच सौ से लेकर एक हजार साल तक सुरक्षित रहेगी।
शिव परिवार और बाबा बर्फानी भी
यहां पर गुफा के अंदर 12 ज्योतिर्लिंग की स्थापना की गई है। यहां पर शिव परिवार एवं बाबा बर्फानी भी विराजमान हैं। प्राण-प्रतिष्ठा एवं जनकल्याण महायज्ञ के बाद भंडारा एवं प्रसादी हुई। यहां पर सोमवती अमावस्या से यज्ञ भी चल रहा था, इसकी पूर्णाहुति भी हो गई। इमसें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।