सागर। प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद असंतोष की खबरों को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान भले ही निराधार बताते रहे हों, लेकिन कहीं न कहीं वे सागर प्रवास के दौरान रिकवरी कर रहे थे। उनके बाद आए सुहास भगत भी ऐसा ही करते नजर आए। सोमवार दिन में जहां चौहान विधायक प्रदीप लारिया के कंधे पर हाथ रख रहे थे, वहीं रात में प्रदेश संगठन महामंत्री विधायक शैलेंद्र जैन से गुफ्तगू करते रहे।
सोमवार को सागर प्रवास के दौरान दोनों वरिष्ठ पदाधिकारी क्षेत्र के दो विधायकों को समझाने का प्रयास करते देखे गए। उन्हें बताया गया कि आप लोगों को आगे भी काम करने के मौके मिलेंगे। पार्टी को आपकी चिंता है, धैर्य रखो। सूत्रों का कहना है कि जिले के दो विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए पिछले एक माह से प्रयासरत थे, लेकिन उन्हें इस विस्तार के दौरान मंत्री बनने का मौका नहीं मिला।
प्रदेश अध्यक्ष चौहान के साथ नरयावली विधायक प्रदीप लारिया पूरे समय देखे गए। दोपहर के खाना से लेकर फोटो सेशन तक उन्हें साथ रखा। उन्हें भरोसा दिया कि भविष्य में आपको भी काम करने का मौका मिलेगा। अजा वर्ग से लारिया की गिनती मंत्री पद के दावेदारों में थी, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। इससे वे नाराज बताए जा रहे थे।
इसी तरह भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत शाम करीब 5 बजे सागर आए। धार्मिक आयोजन में शामिल होने के बाद जिला कार्यालय में पदाधिकारियों की परिचय बैठक ली। रात को विधायक शैलेंद्र जैन के निवास पर खाना खाने गए। खाने की मेज पर दोनों के बीच सरकार और संगठन को लेकर गुफ्तगू चलती रही। चर्चा तो यह है कि जैन भी मंत्री बनने की लाइन में थे और उन्होंने अपनी इच्छा भगत को बताई थी। भगत मंगलवार को ओरछा जाते समय विधायक लारिया से उनके निवास पर जाकर मिले। इसे भी असंतोष दूर करने का प्रयास बताया जा रहा है।