
रहवासी राजेश सिंह ने बताया कि पिछले साल ही यह मकान हाउसिंग बोर्ड ने उन्हें सौंपे हैं। अब तक कॉलोनी में आने की सड़क तैयार नहीं हुई है। बारिश में घर जाना संभव नहीं है। मकानों के सामने पानी भरा हुआ है। यही नहीं पास की कॉलोनी अहिंसा विहार का सीवेज भी इसमें मिल रहा है और यह आगे हथाईखेड़ा डेम में जाकर पानी को भी दूषित कर रहा है। सिंह ने कहा कि मकानों की छत से पानी टपक रहा है और दीवारों में नमी है। इससे करंट फैलने का खतरा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि घर के भीतर एक दरवाजा भी कम लगाया गया है। हाउसिंग बोर्ड के एक्जीक्युटिव इंजीनियर अजय तिवारी ने जवाब दिया कि उनके हिसाब से काम नहीं हो सकते, बोर्ड अपनी गति से काम करेगा। उन्होंने बताया कि मकान 2012-13 में बने हैं। सड़क के लिए हाल ही में टेंडर हुए हैं और काम चालू करा दिया है। पानी टपकने की शिकायत भी दूर की जा रही है।