
विवेक अग्रवाल (कमिश्नर, अर्बन):
भटिंडा के धूनी के गांव में 20 एकड़, फरीदकोट में 8 एकड़, बाड़ी में 12 एकड़, भाखरा गंगानगर (राजस्थान) में 20 एकड़ कृषि भूमि, मंडी डबबाली सिरसा (हरियाणा) में 2.5 एकड़ कृषि भूमि-व्यवसायिक दुकान (5 कनाल), पुश्तैनी आवासीय मकान (ये संयुक्त हिंदू परिवार के नाम से कर्ता के रूप में अग्रवाल के नाम है)। गांव किलयानवाली जिला मुक्तसर में 2 हजार वर्गफीट दुकान, 2.5 एकड़ कृषि भूमि दादा से मिली। भटिंडा में 1800 वर्गफीट का व्यावसायिक भवन, पंचकुला में 5 हजार वर्गफीट का मकान मां के नाम पर, भोपाल में अपने नाम पर 2400 वर्गफीट का प्लॉट, इंदौर में 2000 वर्गफीट बिल्टअप का फ्लैट पत्नी के नाम, गांव मुल्लानपुर (पंजाब) में 3701.61 वर्गफीट जमीन स्वयं के नाम पर। अग्रवाल इनमें से 10 संपत्तियों से हर साल 27.86 लाख रुपए कमाते हैं।
एसआर मोहंती (एसीएस स्कूल शिक्षा)
भुवनेश्वर में 5400 स्क्वेयर फिट की बिल्डिंग से सालाना 15.12 लाख की आमदनी। यह प्लॉट मोहंती की पत्नी पुष्पन को उनके पिता ने शादी से पहले गिफ्ट किया था। मोहंती के मुताबिक इसके ग्राउंड फ्लोर का निर्माण पिता पीसी मोहंती ने कराया था, जबकि फर्स्ट फ्लोर का निर्माण उन्होंने 6 लाख में कराया था। इसमें से 5 लाख ओआरएचडीसी बैंक से लोन लिया था। यह संपत्ति वर्ष 2013 बैंक ऑफ इंडिया ने किराए पर ले रखी है।
कंचन जैन(एसीएस):
रिवेरा टाउन में 23 लाख का मकान खरीदा था, जिससे सालाना 6 लाख रुपए मिलता है।
रमेश थेटे(सचिव ग्रामीण विकास):
वर्ष 2014 में मुंबई के वाशिम इलाके में 9.02 हेक्टेयर कृषि भूमि पिता की बसीहत से मिली है। जिससे हर साल 5.25 लाख रुपए की आमदनी होती है।
मोहम्मद सुलेमान(प्रमुख सचिव वाणिज्य उद्योग):
सहारनपुर (उप्र) में पत्नी सीमा के नाम कृषि भूमि से हर साल 3.50 लाख रुपए आमदनी। नोएडा सेक्टर-45 में फ्लैट से सालाना 2.50 लाख की आमदनी।
मलय श्रीवास्तव(प्रमुख सचिव नगरीय विकास):
आदित्य एवेन्यु भोपाल में 1500 वर्गफीट का मकान हर साल 1.98 लाख रुपए और नोएडा सेक्टर-45 स्थित फ्लैट 3.72 लाख रुपए देता है।
अलका उपाध्याय(प्रमुख सचिव अजजा):
गुड़गांव सेक्टर-54 के फ्लैट से 2.15 लाख और होशंगाबाद की कृषि भूमि से 1.50 लाख रुपए सालाना मिलता है।
आशीष उपाध्याय(प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा):
गुड़गांव सेक्टर-54 के फ्लैट से 2.15 लाख और गैरतगंज (रायसेन) की कृषि भूमि से 1.75 लाख रुपए हर साल मिलते हैं।
दीपक खांडेकर(एसीएस वन):
लांबा इस्टेट भोपाल के फ्लैट और दिल्ली के मकान से सालाना 3.50 लाख रुपए कमाते हैं।
अजीत केसरी(प्रमुख सचिव सहकारिता):
दिल्ली के फ्लैट से सालाना 5 लाख मिलता है। हरियाणा के फ्लैट से 2 लाख और समरधा (भोपाल) में स्थित कृषि भूमि से सालाना एक लाख रुपए की आमदनी।
राघवचंद्रा(चेयरमैन एनएचएआई):
नोएडा में वर्ष 2000 में 19 लाख में खरीदे फ्लैट सालाना 1.20 लाख रुपए किराया मिलता है।
अंटोनी डिसा(मुख्य सचिव):
बावड़िया कला स्थित डीके रोज अपार्टमेंट में 1500 वर्गफीट के फ्लैट से 12 हजार 600 रुपए प्रति माह मिलता है।
मनोज झालानी(संयुक्त सचिव स्वास्थ्य मंत्रालय):
रिवेरा टाउन का मकान किराए पर देने से सालाना 1.20 लाख रुपए मिल रहे हैं।
अशोक बर्णवाल(प्रमुख सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति):
बावड़िया कला में पत्नी के साथ संयुक्त नाम से खरीदे फ्लैट से हर साल 1.80 लाख रुपए मिलते हैं।
मनोज श्रीवास्तव(प्रमुख सचिव वाणिज्यकर):
एक प्लॉट बागमुंगालिया हाउसिंग एक्सटेंशन, बावड़िया कलां में 0.25 डेसीमल की जमीन, हुजूर तहसील में बेटी के नाम से 1.76 एकड़ की कृषि भूमि, चूनाभट्टी में पत्नी के नाम मकान है। जिससे 55 हजार रुपए प्रति माह की आमदनी है।
वीणा राणा(प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग):
इलाहाबाद में 245.60 वर्गमीटर का आवासीय मकान, जो वसीयत में 2012 में उन्हें मिला था। दो मंजिला भवन से उन्हें वर्ष 2013 से मासिक 1.03 लाख रुपए आमदनी हो रही है।
इनकी नहीं आमदनी
राधेश्याम जुलानिया (एसीएस जल संसाधन)की इंदौर में कृषि भूमि, नोएडा में रहवासी फ्लैट, फारच्यून स्मार्ट सिटी भोपाल में दो प्लॉट, बागमुगालिया में प्लॉट और बावड़िया कला में कृषि भूमि है। लेकिन जुलानिया के अनुसार किसी भी संपत्ति से कोई कमाई नहीं होती। राजेश राजौरा का मेंडोरी में 4 एकड़ का प्लॉट है, जिससे फिलहाल कोई आमदनी नहीं हो रही है।