नईदिल्ली। हाउसवाइफ को डोमेस्टिक वाइलेंस से बचाने के लिए शुरू की गई क्राइम अगेंस्ट वुमेन (सीएडब्ल्यू) सेल में अजीबो-गरीब शिकायतें सामने आ रहीं हैं। पत्नियों ने प्रताड़ना की परिभाषा ही बदल ली है। अब वो मारपीट, हत्या के प्रयास या आत्महत्या के लिए दवाब जैसी शिकायतें नहीं कर रहीं बल्कि उनकी शिकायतें कुछ अलग हैं। वो पति के नहाने के बाद तौलिया ना सुखाने, आॅफिस से लौटकर जूते यहां वहां फैंक देने, फ्लश नहीं चलाने या शॉपिंग नहीं कराने से परेशान हैं और इस मामले में कानूनी मदद चाहतीं हैं।
सेल के समक्ष हाल ही में एक मामला आया। इसमें 32 वर्षीय सरकारी नौकरीशुदा पत्नी ने अपनी शिकायत में कहा कि पिछले कई साल से वह मानसिक रूप से परेशान है। पति नहाकर कभी भी तौलिया नहीं सुखाता और कहीं भी फेंक देता है। काफी लड़ाई-झगड़ा करने के बाद भी उपयोग के बाद फ्लश नहीं चलाता है। दफ्तर से आने के बाद जूते उतारकर इधर-उधर फेंक देता है। महिला ने कहा कि समझाने-बुझाने के बाद भी जब सुधार नहीं हुआ तो मजबूरन शिकायत करनी पड़ी।
घुमाने नहीं ले जाते, शॉपिंग भी नहीं कराई
क्राइम अगेंस्ट वूमेन सेल में आई एक अन्य शिकायत में पत्नी ने पति पर बाहर घुमाने न ले जाने का आरोप लगाया। पत्नी ने कहा कि वह अवसाद से घिर रही है। घर में बंद रहने के कारण उसके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। महिला ने बताया कि उसने कई साल से खरीदारी नहीं की है। घरेलू काम का बोझ होने और पति की ओर से कोई भी सुनवाई न किए जाने के कारण वह पति से अलग होना चाहती है।