भोपाल। जिस संजय पाठक को कभी भाजपा खनिज माफिया बुलाया करती थी, भाजपा में आने के बाद उसे मंत्री बना दिया गया वो भी तब जबकि दिल्ली से फाइनल हुई लिस्ट में उनका व हर्ष सिंह का नाम तक नहीं था। संघ प्रचारकों ने इसे सीएम शिवराज सिंह की मनमानी माना है और इसी के चलते उन्हें नागपुर बुलाया गया। यहां भैयाजी जोशी समेत कई संघ प्रचारकों ने शिवराज सिंह से चर्चा की। मूल विषय सीएम शिवराज सिंह की कथित अनुशासनहीनता ही था। सूत्र बोलते हैं कि उन्हें ठीक प्रकार से जता दिया गया है कि मप्र में भाजपा की सरकार है, शिवराज सिंह की नहीं।
प्रदेश में हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस से आए संजय पाठक और हर्ष सिंह को मंत्री बनाए जाने से संघ के कुछ नेता नाराज बताए जा रहे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभाग वितरण के पहले सीएम ने भोपाल में क्षेत्र प्रमुख अरूण जैन से मुलाकात कर अपनी बात रखी थी। बताया जा रहा है कि संघ के नेताओं के बुलावे पर सीएम आज दोपहर नागपुर पहुंचे। यहां संघ मुख्यालय हेडगेवार भवन में उन्होंने भैयाजी जोशी के अलावा कृष्ण गोपाल से भी मुलाकात की।
कृष्णगोपाल संघ और भाजपा के समन्वय का काम देख रहे हैं। सीएम ने संघ नेताओं को बताया कि पाठक और हर्ष सिंह को मंत्री किन कारणों से बनाया गया है। इसके अलावा हाल ही में संघ की पृष्ठभूमि से जुडे उज्जैन के भाजपा नेता दिवाकर नातू की चिट्ठी पर भी बात हुई। दिवाकर नातू ने हाल ही में संघ और भाजपा नेताओं को पत्र लिखकर पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे।