नईदिल्ली। यदि सबकुछ ठीक ठाक रहा तो पर्ल ग्रुप की आॅस्ट्रेलिया स्थित प्रॉपर्टी जब्त हो जाएगी, क्योंकि भारतीय निवेशकों ने आॅस्ट्रेलिया में पर्ल ग्रुप के खिलाफ केस फाइल करने की तैयारियां कर लीं हैं। वे पर्ल की करीब 10 करोड़ डॉलर मूल्य की प्राइम प्रॉपर्टी गोल्ड कोस्ट रिजार्ट को जब्त करने की मांग करेंगे। कहा जाता है कि भारत से सारा पैसा समेटकर पर्ल ग्रुप के संचालकों ने आॅस्ट्रेलिया में प्रॉपर्टी बना ली और वहीं शिफ्ट भी हो गए थे।
ऑस्ट्रेलियाई फेडरल कोर्ट में केस दायर होने से एकदिन पहले एबीसी न्यूज ने रिपोर्ट दी है कि पर्ल ग्र्रुप के निवेशकों ने अदालत से कंपनी की प्रॉपर्टी जब्त करने की मांग की है। निवेशकों का कहना है कि कंपनी ने उनसे गलत तरीके एकत्रित धन से ये संपत्तियां खरीदी हैं। भारतीय निवेशकों का प्रतिनिधित्व करने वाले शाइन लॉयर्स के एलैक्स मोरियार्टी ने कहा कि भारत में डिपॉजिट स्कीमें चलाकर कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया में प्रॉपर्टी खरीदी हैं।
इनमें सेंक्चुरी क्लोव स्थित शेरेटन मिराज गोल्ड कोस्ट रिजॉर्ट और 50 लाख डॉलर का लक्जरी गोल्ड कोस्ट मैनसन शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलियन सिक्योरिटीज एंड इन्वेस्टमेंट कमीशन (एएसआइसी) के पूर्व इन्वेस्टीगेटर नियाल कोबर्न ने क्लास एक्शन केस तैयार किया है।