ग्वालियर। चाहे बात समाज में हो रही घटनाओं की हो या फिर लड़के और लड़की के बीच किए जा रहे भेद-भाव की। फेसबुक की दुनिया मेंं खोती युवा पीढ़ी की... हर मुद्दे और विषय पर लिखती हैं पल्लवी त्रिवेदी। इनके लिखे व्यंग्य इतने चर्चित हैं कि बालीवुड के महानायक अमिताभ न सिर्फ उन्हें शेयर करते है बल्कि उनपर जरूरी कमेंट भी करते हैं।
अमिताभ ने लिखा
पल्लवी के लिखे ब्लॉग 'साली अाधी घरवाली' पर अमिताभ ने शेयर व कमेंट भी किया। उन्होंनें लिखा है कि मेरे एक प्यारे एफबी मित्र ने बहुत ही प्यारा विचार शेयर किया है। मैं इसे पूरी ताकत व सादगी के साथ महिला शक्ति व गर्ल चाइल्ड के लिए समर्पित करता हूं। उनके इस कमेंट पर करीब 36 हजार लाइक, 4 हजार कमेंट और इसे करीब 10 हजार लोगों ने शेयर किया है।
एडिशनल एसपी जैसी संवेदनशील पद पर हैं पल्लवी
पल्लवी त्रिवेदी वर्तमान में एडिशनल एसपी जैसी संवेदनशील पद पर हैं, लेकिन उनके अंदर का लेखक उन्हें कुछ न कुछ लिखने को प्रेरित करता रहता है। 2007 से व्यंग्य लिखने का सिलसिला चला। उसी दौरान क्षणिकाएं भी लिखने लगीं, जिन्होंने बाद में बड़ी कविताओं का रूप ले लिया।उनके लिखे व्यंग्य सोशल साइट पर इतने हिट हो रहे हैं कि लोगों के साथ फिल्मी सितारे भी उन्हें शेयर करना या उन पर कमेंट करना नहीं भूलते।
ये ब्लॉग काफी हिट
पल्लवी के लिखे व्यंग्य लोगों को काफी पसंद आते हैं। लोगों के कहने पर उन्होंने अपने व्यंग्यों की एक पुस्तक भी प्रकाशित कराई है। 'अंजाम-ए-गुलिस्तां क्या होगा' नाम की इस पुस्तक का विमोचन हाल ही में जयपुर में किया गया। उनके लिखे व्यंग्यों की लिस्ट वैसे तो काफी हैं, मगर उनमें जो सबसे अधिक पसंद किए गए हैं, वे हैं घासीराम मास्साब की जिंदगी का एक दिन, आत्मा की तेरहवीं, एक थी बागेंनर, विश्वासों की वसीयत, रुदाली, वीआईपी अंडरवियर बनियान, नकल का स्वर्णिम इतिहास, लेने- देने की साडियां, ऐसे पड़ोसी हाय- हाय, हम बने बुद्धिजीवी, पुष्पचोर गैंग, काये सुनीता, मेरे भ्राता भ्रष्टाचार, आत्ममुग्धता अर्थात बकरा व्याधि, मिडिल क्लास की भड़ास, एक है फेसबुकिया, कथा कॉकरोच और कॉकरोचनी की, मनसुख कवि कैसे बना, भोला स्वामी, भग गई कलमुंही, दर्द बांटना कवि विरही और वनमाला का, आसा और मुकेस: एक सुखांत प्रेमकथा, फैलाना जागरूकता कथा मुंह की, बिहारी लाल का वरदान।