भोपाल। फार्मूला 75 के नाम पर केबिनेट से बेदखल किए गए गृहमंत्री बाबूलाल गौर एवं सरताज सिंह मामले में भी सीएम शिवराज सिंह घिर गए हैं। आरएसएस उनके इस निर्णय से सहमत नहीं है। संघ ने सीएम को नागपुर बुलाकर इस मामले में बातचीत की है। संघ का मानना है कि बाबूलाल गौर जैसे सक्रिय नेता को अचानक उम्र को आधार बनाकर सन्यास दिला देना उचित नहीं था।
नागपुर में सीएम शिवराज सिंह चौहान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, महासचिव भैयाजी जोशी एवं दत्तात्रेय होसबोले तथा आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के सामने पेश हुए। आरएसएस सूत्रों के अनुसार चौहान से करीब 40 मिनट तक बंद कमरे में जवाब तलब किया गया। इस दौरान आरएसएस ने पूर्वमंत्री बाबूलाल गौर एवं सरताज सिंह के संदर्भ में अपनी नाराजगी भी जाहिर की।
चौहान ने आरएसएस नेताओं को आश्वासन दिया कि वह पार्टी और शासन में इन दो नेताओं के अनुभव एवं सांगठनिक कौशल का प्रयोग करेंगे। बाद में चौहान ने संवाददाताओं को बताया कि वह 51 बिन्दुओं वाले उज्जैन धार्मिक मेला दस्तावेज तथा इसके क्रियान्वयन को लेकर भागवत तथा आरएसएस नेताआें से मिले।