सतना। सतना से 4 किलो मीटर दूर माधवगढ़ के एक शासकीय स्कूल में दो दिन से चार टीचर और कुछ लोग बाढ़ के कारण फंसे हुए थे। पानी धीरे-धीरे स्कूल के अंदर तक आ चुका था, बचने की उम्मीद कम होती जा रही थी ऐसे में शुक्रवार सुबह आर्मी के जवानों ने उन्हें नया जीवन दिया। और कई घंटों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया।
आर्मी को सूचना मिली थी कि स्कूल के अंदर 2 दिनों से कुछ टीचर फंसे हुए हैं और स्कूल के अंदर कमर तक पानी आ चुका है। आर्मी के जवानों ने अपनी बोट से सबसे पहले वहीं मूव किया, चूँकि उनकी संख्या का अनुमान सही नहीं था, इसलिए लाइफ जैकेट भी ज्यादा लेकर गए। वहां चार टीचर सहित करीब दस लोग थे जिन्हें सेना ने बाहर निकाल लिया।
यहां मूसलाधार बारिश के कारण सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं। कई क्षेत्रों में पुल-पुलिया टूट जाने से गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूटा रहा। प्रभावित जनजीवन को पटरी पर लाने के लिए प्रशासनिक अमला बचाव कार्य में लगा हुआ है। इलाहाबाद व जबलपुर से आरडीएफ व एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई है।
36 गांव पानी में डूबे
उचेहरा नगर पंचायत अंतर्गत वार्ड क्रमांक 1 से 15 तक लगभग 200 कच्चे मकान गिर गए। नागौद- श्यामनगर क्षेत्र के कंचनपुर में नागेन्द्र नागर का बांध टूटने से 7 घर गिरे। उचेहरा जनपद के ग्राम नरहटी, बिहटा, पिपरी, अकहा, लगरगवां, कंदहरी, कुंदहरी, इचौल, कुसली, पथरहटा समेत लगभग 36 गांव पानी में डूब गए हैं। प्रशासन द्वारा प्राथमिक राहत प्रदान की जा रही है। बेघर लोगों को शासकीय स्कूलों में रखा गया है।