भोपाल। दमोह एसपी आॅफिस में कार्यरत स्टेनो सुरेन्द्र कुमार सिंघई फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। मजेदार यह है कि फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करते हुए उन्हें 3 दशक बीत गए, इस बीच कई शिकायतें भी हुईं परंतु कार्रवाई आज तक नहीं हुई। यहां तक कि एडीजी द्वारा की गई जांच में एफआईआर के आदेश के बावजूद मामला दर्ज नहीं किया गया। पढ़िए जितेंद्र भट्ट, दमोह, मोबाइल नंबर 8435241303 द्वारा भेजी गई जानकारी:
मैंने दिनांक 29-12-2015 को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक CID PHQ MP भोपाल के समक्ष हाजिर होकर कार्यालय पुलिस अधीक्षक दमोह में स्टेनो पद पर पदस्थ सुरेन्द्र कुमार सिंघई की नियुक्ति संबंधी वैधानिकता की जांच कराने बावत शिकायती आवेदन देकर इसमें अनिवार्य शैक्षिक योग्यता के अभिलेख संदिग्ध होने का हवाला दिया था।
जिसकी जांच कराए जाने पर इनके सेवा अभिलेख में संलग्न टाइपिंग प्रमाण पत्र वर्ष 1975 कूटरचित/फर्जी पाया गया है। इससे दिनांक 20-05-2016 को इनके खिलाफ FIR दर्ज कराने हेतु CID द्वारा IG सागर को निर्देशित करने पर भी अब तक इस संज्ञेय अपराध की न तो FIR कराई गई है और न ही संबंधित का निलंबन किया गया है।