उज्जैन। भैरवगढ़ थाना में पुलिस और टीआई आर के नैन की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल खड़े हो रहे है। और पीड़ितों को टीआई के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ रहा है। इसके चलते स्थानीय लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव किया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। लोगों ने आऱोप लगाया कि टीआई पैसों की मांग करते हैं।
एक ओर पुलिस के आला अधिकारी पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार करने की कोशिश में लगे हैं। और सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा दे रहे हैं, ताकि लोग पलिस के कंधे से कधां मिलाकर काम करें, लेकिन कुछ थानों के टीआई अधिकारियों की मंशा पर पानी फेरने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। भैरवगढ थाने के टीआई के खिलाफ कुछ इसी तरह के आरोप लग रहे हैं।
गुरुवार को दो अलग-अलग मामलों में टीआई की कार्यप्रणाली को लेकर पुलिस कंट्रोल रूम का घेराव किया गया। पहला मामला पिछले दिनों नाकोडा पेट्रोल पंप से डीजल चोरी का था। जिसको लेकर युवक कांग्रेस ने पुलिस कंट्रोल रूम के बाहर धरना दिया औऱ नारेबाजी की।
दरअसल, डीजल चोरी के इस मामले में पुलिस ने शक के आधार पर खलाना के मनोहर चौहान, पप्पू चौहान और उमरावसिंह तंवर को हिरासत में लिया था और पूछताछ की थी। य़ुवक कांग्रेस के लोकसभा अध्यक्ष हेमंतसिंह चौहान के मुताबिक तीनों गांव के सीधे साधे लोग हैं, पुलिस ने जबरन उन्हें 151 में बंद कर दिया।
शक के आधार पर पूछताछ करने तक ठीक था, लेकिन जब गांव के इन तीनों लोगों का चोरी से कोई लेना देना नहीं था तो फिर क्यों उन पर धारा 151 लगाई गई। अगर दोषी थे, तो चोरी का प्रकरण दर्ज किया जाता।
सोडंग से आये लोगों का कहना था कि टीआई आर के नैन मनमानी कर रहे हैं। पिछले दिनों सोडंग में दो पक्षों के बीच विवाद और मारपीट हुई। ऐसे में गांव के वसूली पटेल रामसिंह पटेल ने उन्हें समझाइश देकर दोनों पक्षों को समझा दिया गया।
इस दौरान सूचना मिलने पर पुलिस गांव पहुंच गई, औऱ दो पक्षों को समझाइश देकर मामले का पटाक्षेप कराने वाले वसूली पटेल रामसिंह को थाने ले आई।