
इसके साथ ही शहर में 9 इंच बारिश रिकॉड की गई है। शिप्रा नदी का जल स्तर तो बढ़ा ही है साथ ही उज्जैन के निचले इलाको में जल भराव भी होने लगा है और ये सब आम आदमी के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी मूसलाधार बारिश के चलते नदी का पानी शहर में घुस गया था।
हालात यह बने कि महाकाल मंदिर का पवित्र शिवलिंग भी बाढ़ के पानी में लगभग पूरा डूब गया था। लोग भयभीत हैं कि कहीं इस साल भी यही हालात ना हो जाएं।