भोपाल। मोदी के बयान के बाद अब फर्जी गौरक्षकों का खुलासा शुरू हो गया है। छतरपुर में एक ऐसी गौशाला का खुलासा हुआ है, जिसके पास 100 करोड़ की संपत्ति है। लाखों रुपए किराए का आता है। सरकार भी 65 हजार रुपए अनुदान देती है परंतु यहां केवल 50 गायों का पालन होता है। 108 साल पुरानी इस गौशाला का संचालन कांग्रेस और भाजपा के नेता मिलकर करते हैं।
गोपाल कृष्ण गौरक्षणी गौशाला, छतरपुर के समीप स्थित राधेपुर में संचालित होती है। इस गौशाला के नाम 59 एकड़ जमीन एवं राधेपुर के मार्केट में 40 दुकानें हैं। यहां एक दुकान की कीमत 1 करोड़ रुपए है। इसके अलावा बजरिया में भी एक दुकान है। तमाम संपत्ति की वर्तमान कीमत 100 करोड़ रुपए से ज्यादा है।
शायद यह मप्र की सबसे धनवान गौशाला है परंतु यहां केवल 50 गायों को ही चारा दिया जाता है। गौशाला की तमाम संपत्तियों से किराए के नाम पर गौशाला को ढाई लाख रुपए मिलता है। बावजूद इसके गौशाला के संचालक 65000 रुपए सरकारी अनुदान भी प्राप्त करते हैं।