
इस स्कीम के तहत यात्रियों को रेल दुर्घटना में मौत या पूर्ण विकलांगता पर 10 लाख रुपए, आंशिक विकलांग होने की स्थिति में 7.5 लाख रुपए और हॉस्पिटलाइजेशन के खर्च के लिए 2 लाख रुपए तक दिए जाएंगे। पायलट प्रोजेक्ट के तौर फिलहाल साल भर के लिए लागू इस स्कीम का फायदा यात्रियों को ट्रेन में आतंकी हमला, डकैती, गोलीबारी और आगजनी की घटनाओं पर भी होगा।
भारतीय रेलवे इसी साल सितंबर में दुनिया की सबसे सस्ती यात्रा बीमा योजना शुरू करने जा रहा है, जिसके लिए उसने श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस और रॉयल सुंदरम जनरन इंश्योरेंस को चुना है।
इन तीन कंपनियों का चुनाव टेंडर प्रक्रिया से हुआ है, जिसमें 17 प्रमुख बीमा कंपनियों ने हिस्सा लिया था। शुरुआत में यात्रा बीमा की यह योजना ऑनलाइन टिकट बुक कराने वालों के लिए ही होगी। बाद में मासिक टिकट (एमएसटी) पर चलने वाले यात्रियों को भी यह सुविधा मिलेगी। उन्हें 10 लाख रुपए के बीमा के लिए सालाना 200 से 300 रुपए प्रीमियम देना पड़ सकता है।
IRCTC के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ए के मनोचा ने बताया, ‘यह दुनिया की सबसे सस्ती बीमा योजना हो सकती है। किसी भी श्रेणी का टिकट हो, कहीं भी जाना हो और कितनी भी दूर जाना हो, प्रीमियम और बीमा की रकम एक जैसी ही रहेगी।'
उन्होंने बताया कि शुरुआत में यह बीमा IRCTC की वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट खरीदने वालों को मिलेगा। वे टिकट खरीदते समय ही किसी व्यक्ति को अपना नॉमिनी बना सकते हैं। बाद में अनारक्षित टिकट और मासिक टिकट पर यात्रा करने वालों को भी इस बीमा के दायरे में लाया जा सकता है।
रेल दुर्घटना में मारे गए मुसाफिर का शव घर तक पहुंचाने के लिए 10,000 रुपए दिए जाएंगे।वहीं, ट्रेन पर आतंकी हमला होने और किसी यात्री के दुर्घटनावश गिरने पर भी बीमा का लाभ मिलेगा। सामान्य दुर्घटना, दंगे, लूट और डकैती भी इसके दायरे में आएंगे। चुनी गई तीनों कंपनियों को ऑटोमैटिक प्रणाली के तहत बारी-बारी से बीमा करने का मौका मिलेगा।
विशेषज्ञ इस बात पर संदेह जता रहे हैं कि इतना कम प्रीमियम बीमा कंपनियों के लिए व्यावहारिक होगा या नहीं। फिलहाल 59 फीसद रेल टिकट ऑनलाइन बुक होते हैं। IRCTC की वेबसाइट पर रोजाना औसतन 32 लाख बार लॉगइन किया जाता है और हर दिन करीब 10 लाख यात्रियों के लिए औसतन 5.5 लाख टिकट बुक होते हैं।