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कलेक्टरों ने जनता का जुड़ाव अक्सर बना रहता है। कलेक्टरों के तबादलों का विरोध भी होता है। यदि वो अच्छा काम करते हैं तो जनता उन्हे लंबे समय तक अपने बीच में बनाए रखना चाहती है। शाजपुर में कलेक्टर राजीव शर्मा और नरसिंहपुर में कलेक्टर सिबी चक्रवर्ती के तबादला का विरोध हो रहा है। शाजपुर में सोशल मीडिया पर लोग विरोध दर्ज करा रहे हैं तो नरसिंहपुर में स्कूली बच्चों की रैली निकाली गई लेकिन पन्ना में जो कुछ हुआ वो किसी को भी हजम नहीं हो पा रहा है।
कलेक्टरों के विदाई समारोह भी होते हैं। साथी अधिकारी व कर्मचारी इसमें शामिल होते हैं। कभी कभी कुछ नेतागण भी बुला लिए जाते हैं लेकिन इस तरह का भव्य भंडारा, सवालों की जद में हैं। क्या कलेक्टर जाते जाते शक्तिप्रदर्शन कर गए हैं। सवाल यह भी है कि इस भव्य भंडारे का खर्चा किसने उठाया। जिसने उठाया उसने कलेक्टर से क्या क्या लाभ कमाया था। इस आयोजन के कितने अर्थ निकाले जाएं। क्या पन्ना से कोई खास संदेश सिंगरौली की ओर भेजा गया है। जहां शिवनारायण कलेक्टर बनाकर भेजे गए हैं।