भोपाल। कालियासोत डेम का तीसरा गेट अचानक खोल दिए जाने से नदी में बाढ़ आ गई। इस दौरान नदी में नहा रहा एक युवक बाढ़ की चपेट में आ गया। दूसरा युवक उसे बचाने कूदा लेकिन वो भी फंस गया। तीसरा बुजुर्ग आगे बढ़ा लेकिन बहाव ने उसके पैर भी उखाड़ दिए। तीनों झाड़ियां पकड़कर 3 घंटे तक बाढ़ के पानी से जूझते रहे। जब डेम के गेट बंद कराए और पानी का बहाव कम हुआ तब कहीं जाकर तीनों को रेस्क्यू किया जा सका।
कोलार थाना पुलिस के मुताबिक ए सेक्टर दामखेड़ा बस्ती निवासी 21 वर्षीय कृष्णा पटेल मजदूरी करता है। कलियासोत नदी के किनारे ही उसकी झुग्गी है। रविवार दोपहर करीब 12.30 बजे वह नदी में नहा रहा था। तभी जलस्तर बढ़ने से वह बहने लगा और मदद के लिए पुकार लगाई। इसी बीच उसने नदी में झाड़ियों की एक टहनी पकड़ ली।
कृष्णा को बचाने के लिए उसके पड़ोसी 17 वर्षीय चंद्रशेखर ने भी पानी में छलांग लगा दी। बहाव इतना तेज था कि चंद्रशेखर खुद को ही संभाल नहीं सका। बहते-बहते चंद्रशेखर ने भी झाड़ियों को पकड़ लिया। कृष्णा और चंद्रशेखर को पानी में फंसा देख 55 वर्षीय इस्लामुद्दीन भी उन्हें बचाने उतरे और वह भी संभल नहीं पाए। तीनों मदद के लिए पुकारते रहे।
कोलार रोड थाना प्रभारी गौरव बुंदेला के अनुसार पुलिस को सूचना मिलने पर तत्काल नगर निगम को सूचित किया गया। पांच सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची और रस्सी की मदद से तीनों युवकों को सकुशल बाहर निकाल लिया था। एसडीएम माया अवस्थी भी मौके पर पहुंच गई थीं।
पुलिस के मुताबिक कृष्णा जब नदी में नहा रहा था उस समय कलियासोत डेम के दो गेट खुले हुए थे लेकिन डेम में जलस्तर बढ़ने पर तीसरा गेट खोला गया। इससे एकदम से नदी में पानी बढ़ गया। कृष्णा, चंद्रशेखर और इस्लामुद्दीन को रेस्क्यू करने से पहले कलियासोत डेम के तीनों गेट बंद किए गए। इसके बाद भदभदा के गेट बंद किए। नदी में जलस्तर कम होने के बाद तैराक रस्सी लेकर नदी में उतरे और पानी में फंसे तीनों युवकों को बाहर निकाला गया।