नीमच। राजस्थान के कोटा जिले के रावतभाटा के एटॉमिक पावर स्टेशन के पास ही बारूद फैक्ट्री में गुरुवार को हुए जोरदार धमाके में दो लोगों की मौत हो गई। धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज 20 किलोमीटर एरिया तक भी सुनाई दी। इसी फैक्ट्री में पांच साल पहले भी ऐसा ही धमाका हुआ था। तब दो लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कि रावतभाटा के पास ही श्रीपुरा गांव में ये बारूद फैक्ट्री है।
शाम करीब 4:30 बजे अचानक फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ। इससे उसकी तीन मंजिला बिल्डिंग पूरी तरह धराशायी हो गई। पूरी फैक्ट्री के टिन-टप्पर दूर-दूर तक उड़ते हुए दिखाई दिए। धमाके में वहां काम करने वाले दोनों लोगों की बॉडी के चिथड़े दूर-दूर तक उड़ गए। धमाके में मारा गया एक शख्स नागपुर का रहने वाला था। धमाका क्यों और कैसे हुआ है, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए टीम भी कुछ देर में पहुंचेगी।
इसलिए है खतरनाक यह धमाका
बारूद फैक्ट्री में हुए धमाके से जो नुकसान हुआ है, उसके अलावा रावतभाटा के एटॉमिक पावर स्टेशन को भी इससे नुकसान हो सकता है। यहां परमाणु बिजली संयंत्र है, जो पानी से बिजली बनाने के काम आता है। यह अंडरग्राउंड बना है, इसमें भी नुकसान की आशंका है।
खनन उपयोगी विस्फोटक बनते हैं फैक्ट्री में
श्रीपुरा की यह बारूद फैक्ट्री भीलवाड़ा के केसरसिंह की है। इसमें इंडस्ट्रियल यूज के काम आने वाले विस्फोटक तैयार किए जाते हैं। देश में इस तरह की केसरसिंह की और भी फैक्ट्री हैं। फैक्ट्री करीब 100 बीघा में बनी हुई है, जिसमें यह धमाका हुआ है। करीब एक माह पहले आग लग गई थी इसी फैक्ट्री में। तब कोई केजुअल्टी नहीं हुई थी।