
मालूम हो कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत करीब 7 डॉलर प्रति बैरल बढ़ गई है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) के आंकड़ों के अनुसार भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की रुपए के संदर्भ में इस अवधि के दौरान 2,723 रुपए से बढ़कर 3,159 रुपए प्रति बैरल हो गई। अगस्त में दो बार अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी होने के बाद सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की थी।
भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कीमत 28 जुलाई के 40.73 डॉलर प्रति बैरल से बढक़र 10 अगस्त तक 47.14 डॉलर प्रति बैरल हो गई थी जो कि कच्चे तेल कि कीमतों में करीब 7 डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि दर्शाता है। पेट्रोल और डीजल के दाम पहले दो बार गिराये गये थे और इसके बाद उपभोक्ताओं को यह लगने लगा था कि अब इनके दामों में बढ़ोतरी नहीं होगी, लेकिन तेल कंपनियों ने उपभोक्ताओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।