
मूलतः ग्वालियर की रहने वाली शिल्पु बीते तीन साल से इंदौर में एक ट्रेड कंपनी में नौकरी कर रही थी। उसके पिता फौज में सूबेदार हैं और लखनऊ में पदस्थ हैं। हादसा लेमन-ट्री होटल के रूम नंबर 418 में हुआ। यहां लड़की के साथ 3 युवक भी मौजूद थे। यह कमरा एम्जाल्प प्रोडक्ट लिमिटेड कंपनी के नाम से बुक कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने कंपनी के ही एक युवक आशुतोष गोरे को हिरासत में लिया है जो घटना के समय वहीं मौजूद था, जबकि उसके दो साथी फरार हैं।
पुलिस को करीब पौने 10 बजे हादसे की खबर मिली थी। हिरासत में लिए गए युवक से पुलिस पूछताछ कर रही है। उसके अन्य साथियों की भी तलाश की जा रही है। पुलिस ने होटल के रूम की तलाशी ली, जहां से उन्होंने लड़की का मोबाइल और पर्स जब्त किया है। इसके साथ ही कमरे से काफी मात्रा में शराब की बोतलें और अन्य आपत्तिजनक सामान भी मिला है। पुलिस ने रूम को सील कर दिया है।
कुछ देर पहले ही की थी बात
लड़की के चाचा राकेश सिंह व कुछ अन्य परिजन इंदौर पहुंच गए हैं। परिजन का कहना है कि शिल्पु ने थोड़ी देर पहले ही घर पर बात की थी और वो सामान्य लग रही थी, ऐसे में आत्महत्या करने जैसा कोई कारण नजर नहीं आ रहा है। कमरे में तीन युवकों की मौजूदगी व अन्य सामान मिलने के चलते पुलिस हत्या या खुद को बचाने की कोशिश में गैलरी से छलांग लगाने के बिंदुओं पर भी जांच कर रही है। हालाँकि होटल के कमरे में मौजूद आशुतोष गोरे का कहना है कि शिल्पु टहलने गैलरी में गई थी और पैर फिसलने से गिर गई।
ममेरा भाई शाम को पीजी रूम में छोड़कर आया था
लड़की इंडस्ट्री हाउस के पीछे पेइंग गेस्ट (पीजी) के रूप में रहती थी। उसका ममेरा भाई विजयनगर में रहता है। लड़की दिन में उससे मिलने घर पहुंची थी। शाम 4:30 बजे भाई उसे पीजी छोड़कर आया था, लेकिन नीचे उसकी दोस्त मिल गई और फिर दोनों साथ में कहीं चली गई। भाई का कहना है कि दीदी होटल क्यों पहुंची, उसे इसकी जानकारी नहीं है। उधर, पुलिस लड़की की सहेली के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। इस बीच रात को पुलिस ने होटल के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की लेकिन उसमें भी कुछ असामान्य नहीं मिला।