मुंबई। मुस्लिम धर्मगुरू जाकिर नाइक के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। उनके 3 अलग अलग बैंक खातों में पिछले 3 साल में 60 करोड़ रुपए जमा हुए हैं। ये सभी खाते नाईक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) से अलग हैं। तमाम पैसा 3 देशों से आया है। अब पुलिस यह पता लगा रही है कि नाईक को यह पैसा क्यों भेजा गया था।
स्वघोषित धार्मिक गुरू जाकिर नाईक के कई और कारनामों का खुलासा हुआ है। जाकिर ने अपनी कई गुप्त संपत्तियों की बात छुपाई है। मुंबई पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जाकिर की चार कंपनियां भी हैं, जिसके डायरेक्टर उनके परिवार के अलग-अलग लोग हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि "हम अभी तक यह नहीं पता लगा पाए हैं कि ये रकम किस मकसद से जमा की गर्ई। हमने जांच की और इस लेन-देन का पता लगाया लेकिन इतना पता जरूर लग सका है कि ये बैंक खाते नाईक के NGO से जुड़े नहीं हैं बल्कि उसके अपने हैं। हालांकि इस सिलसिले में IRF के दूसरे अधिकारियों से अभी तक पूछताछ नहीं की गई है।"
धर्मांतरण के लिए फाइनेंस करती थी नाईक की संस्था
बता दें कि हाल ही में गिरफ्तार किए गए केरल पुलिस और महाराष्ट्र ATS ने IRF के कर्मचारी ने जाकिर नाईक की संस्था IRF को लेकर बड़ा खुलासा किया था। उसने बताया था कि जितने भी लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया, उसे IRF फाइनेंस करता था। जिसके बाद पुलिस जाकिर की संपत्तियों को लेकर जांच में जुटी है।