
बांध का टूटा हुआ हिस्सा और उससे बहता पानी भ्रष्टाचार की कहानी बयान कर रहे हैं। 7-8 माह पहले ही यह बांध 32 करोड़ 32 लाख की लागत से बनकर तैयार हुआ था, लेकिन पहली ही बारिश में इस बांध की मजबूती की पोल खुल गई। सतना के कलेक्टर ने भी उन्हीं अफसरों को इसकी जांच के लिए भेजा जो इस मामले में संदेह के दायरे में है।
अफसरों ने अपनी रिपोर्ट में बांध टूटने की वजह शरारती तत्वों की करतूत बताई है। सतना की रैगांव से बीएसपी की विधायक उषा चौधरी का आरोप है कि भ्रष्टाचार की वजह से ही अंधियारी सागर बांध टूटा है। उनका कहना है कि वो इस मामले को विधानसभा में पुरजोर तरीके से उठाएंगी। विरोध शुरू हुआ तो कलेक्टर ने फिर मामला संभालने की कोशिश की। अब उन्होंने कहा है कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कराई जाएगी।