बैतूल। चिचोलीढ़ाना गांव में एक 7 फीट लंबा अजगर घुस आया। उसे देखते ही गांव में दहशत दौड़ गई। वनविभाग को सूचित किया तो वनविभाग की टीम भी घबरा गई। उसने अजगर को काबू करने से इंकार कर दिया। बाद में गांव वालों ने मिलकर उसे एक बोरे में भरा और जंगल में छोड़ आए।
हैरत की बात ये कि बैतूल जिले में चार वन मंडल होने के बावजूद यहां जंगली जीवों को पकड़ने वाला एक भी एक्सपर्ट नहीं है। मौके पर वन विभाग के कर्मचारी पहुंचे जरूर, लेकिन उन्होंने अजगर को पकड़ने का जोखिम नहीं लिया।
अमूमन इस आकार का अजगर पालतू जानवरों को अपना आसान शिकार बना लेते हैं, इसीलिए ग्रामीण इसे यूं ही छोड़ने के लिये तैयार नहीं थे। आखिरकार हिम्मत दिखाते हुए गांव के लोगों ने ही अजगर को पकड़कर एक बोरी में बंद किया और उसे कुछ दूरी पर जंगल में छोड़ आए। स्थानीय नागरिकों का कहना था कि, यदि बैतूल शहर में अचानक कोई खूंखार जंगली जीव घुस आया तो वन विभाग की टीम को सूचित करने का शायद कोई मतलब नहीं होगा, क्योंकि यहां भी पूरा वन महकमा बिना दांत का शेर ही बना हुआ है।