नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी से जुड़े कई किस्से निकलकर सामने आ रहे हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि भाजपा में हाशिए पर चल रहे नरेन्द्र मोदी को जिस समय गुजरात का सीएम बनाने का फैसला किया जा रहा था, मोदी श्मशान में खड़े थे।
तब कांग्रेस नेता माधव राव सिंधिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और उसमें सिंधिया समेत आठ लोग मारे गए थे। मृतकों में कैमरामैन गोपाल बिष्ट भी शामिल थे। बीबीसी के मुताबिक, मोदी नई दिल्ली में बिष्ट के अंतिम संस्कार में हिस्सा ले रहे थे। तभी प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयेपी के कार्यालय से फोन आया। पूछा गया, 'कहां हैं आप।' मोदी ने कहा- 'श्मशान में हूं।' पीएमओ कहा गया- 'आकर मिलिए।' इसके बाद मोदी प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे और अटलजी से मिले, जिन्होंने मोदी को गुजरात संभालने की जिम्मेदारी सौंपी।
श्मशान में आए इस फोन का दिलचस्प विवरण वाजपेयी पर लिखी गई किताब “हार नहीं मानूंगा” (एक अटल जीवन गाथा) में किया गया है। खबर के मुताबिक, जब मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया तब वे पार्टी के महासचिव अवश्य थे लेकिन राजनीतिक तौर पर उनकी हैसियत बहुत अच्छी नहीं थी।
वे जिन राज्यों में पार्टी के प्रभारी थे, वहां पार्टी चुनाव हार गई थी। पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में पार्टी को चुनावी हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उसके बाद जो कुछ हुआ वो इतिहास है।