भोपाल। लम्बे समय से भाजपा की मुख्यधारा में काम करने के लिए आतुर विष्णुदत्त शर्मा को अंतत: वो रास्ता मिल ही गया जिस पर चलकर वो अपनी मंजिल की ओर बढ़ सकते हैं। भाजपा में प्रदेश महामंत्री बनाए जाने के बाद अब वो नेहरू युवा केन्द्र का बोझ उठाने के मूड में नहीं हैं। इस तरह की लालबत्ती से उन्हें कोई लगाव नहीं है अत: उन्होंने यह लालबत्ती किसी और को देने की इच्छा जता दी है।
वीडी शर्मा का संगठन कौशल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अलावा झारखंड विधानसभा के चुनाव में दिखाई दे चुका है। अब किसी नए ट्रायल की जरूरत शेष नहीं रह गई है। संघ एवं भाजपा के कुछ गंभीर नेता चाहते हैं कि वीडी शर्मा का उपयोग मप्र में 2018 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव में किया जाना चाहिए। यही वजह है कि उन्होंने भी संगठन पदाधिकारियों से प्रदेश में पार्टी गतिविधियों में अपना पूरा समय लगाने की इच्छा जताई है। वैसे भी विद्यार्थी परिषद के समय से उनका पूरे प्रदेश में युवाओं का तगड़ा नेटवर्क है।
हालांकि कुछ समय पहले भी उन्हें पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने वाली थी परंतु उनके कुछ विरोधियों ने ऐसी चालें चलीं कि एन वक्त पर निर्णय स्थगित हो गया। अब चुनाव की बेला आ रही है और वीडी शर्मा जैसे संगठन गढ़ने वाले कार्यकर्ताओं की खास जरूरत है।