
23 साल के सौरभ बिलगैंया ने सेना में भर्ती के लिए काफी तैयारियां की थीं। वो अपने आप को पूरी तरह से फिट मानता है। पूना में हुई रैली में उसे शामिल होने के लिए बुलाया गया। वो आत्मविश्वास से लबरेज था परंतु जैसे ही भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई। उसने शर्ट उतारी, उसका टैटू सामने आ गया और भर्ती अधिकारियों ने वहीं से उसे वापस रवाना कर दिया। उसने अपने सीने पर टैटू गुदवा रखा है जिस पर लिखा हुआ है 'जब तक सूरज चांद रहेगा, मोदी और शिवराज का नाम रहेगा।' लेकिन अब यह स्थिति हो गई है कि जब तक उसके सीने से यह टैटू नहीं जाएगा, वो सेना में भर्ती नहीं हो पाएगा।
शिवराज सिंह ने मिलने का समय ही नहीं दिया
सेना में टैटू गुदवाना प्रतिबंधित है। सौरभ इस नियम को गलत मानता है। उसने गृहमंत्रालय, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर इस बात की शिकायत की। सौरभ का कहना है कि मैं पिछले पांच सालो से इसकी तैयारी में जुटा हुआ था। मुझे मौका मिलना चाहिए। सौरभ इस बात से भी दुखी है कि उसके तमाम पत्रों का कोई जवाब नहीं आया। वो कई बार शिवराज सिंह से मिलने भी गया लेकिन उसे समय ही नहीं दिया गया।
मोदी से मिलने मां के गहने बेच दिए
उसने बताया कि वह बहुत ही गरीब परिवार से है। इतना ही नहीं उसके ऊपर देशभक्ति की इतनी भूत सवार थी कि मोदी जी से मिलने के लिए उसने अपने मां के गहने तक बेच दिए।
अब मैं आतंकवादी बन जाउंगा
सौरभ पत्र लिख लिखकर परेशान हो गया तब, उसने एक पत्र में लिखा कि अगर मेरी मुलाकात शिवराज सिंह चौहान से नहीं हुई तो मै आतंकवादी बन जाऊंगा या फिर आत्महत्या कर लूँगा जिसका जबाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देनी होगी। सौरभ ने कहा कि यह मेरा पत्र आखिरी पत्र होगा।