मंडला। वर्ष 2011 से अध्यापक संवर्ग को लागू अंशदायी पेंशन योजना में कई पेंचों केा देखते हुये अब इसके सरलीकरण करने पर ध्यान दिया जा रहा है। इस योजना में सबसे बड़ा नुकसान अध्यापकों का इस बात को लेकर हो रहा है कि अंशदान एनएसडीएल में 16 महीनों से जमा नहीं किया गया है। पूर्व में भी 8 और 9 महीने बाद ही अंशदान जमा होता आया है। जिससे अध्यापकों का उससे मिलने वाले ब्याज और राशि निवेशित न होने से नुकसान हो रहा है।
राज्य अध्यापक संघ की जिला शाखा मण्डला द्वारा दायर याचिका के कारण अब योजना बनाई जा रही है कि आहरण संवितरण अधिकारी के स्तर से ही अंशदान सीधे एनएसडीएल में जमा किया जायेगा। जिससे प्रतिमाह अंशदान जमा हो सकेगा और अध्यापकों को आर्थिक नुकसान नहीं होगा। इसी प्रकार योजना प्रारम्भ होने के बाद से कई अध्यापकों की मृत्यु हो गई लेकिन किसी भी मृत अध्यापक के उत्तराधिकारी को जमा राशि का भुगतान नहीं हो रहा था। अब इसका भी सरलीकरण किया जा रहा है। इसके लिये जिला स्तर से ही ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की जायेगी प्रकरण में कोई आपत्ति लगती है तो उसका निराकरण जिला स्तर से ही करा दिया जायेगा।
यद्यपि संघ के प्रयासों के चलते मण्डला जिले के दो प्रकरणों में भुगतान हो चुका है और शेष का भी शीघ्र भुगतान किया जा रहा है। ट्रायवल विभाग के स्कूलों में कार्यरत अध्यापकों का 16 करोड़ रूपया और एज्यूकेशन विभाग के स्कूलों में कार्यरत अध्यापकों का 668 में से 400 करोड़ रूपया एनएसडीएल जमा कराने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल में शीघ्र ही एनएसडीएल के अधिकारियों के साथ मीटिंग होने जा रही है जिसमें अध्यापक प्रतिनिधि के रूप में जिला शाखा अध्यक्ष डी.के.सिंगौर को शामिल किया जायेगा। संघ और भी कई बिन्दुओं में अपने सुझाव रखेगा।