भोपाल। मप्र में 26 जुलाई को मंदसौर रेलवे स्टेशन पर 2 महिलाओं को गौ मांस तस्करी के आरोप में भीड़ ने पकड़कर सरेआम पिटाई की थी। पुलिस ने भी महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया था। उनके पास से 30 किलो मांस भी बरामद हुआ था। पीएम नरेन्द्र मोदी के बयान के बाद दोनों महिलाओं ने आज भोपाल पहुंचकर राज्य अल्पसंख्यक आयोग, राज्य महिला आयोग और राज्य मानवाधिकार आयोग में हमलावर गौ रक्षकों की शिकायत दर्ज कराई। बुधवार को इन्होंने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है।
मोदीजी ने सही कहा है, वो लोग गुंडे हैं
गौरक्षक गुंडागर्दी करते हैं। हम लोग 26 जुलाई की घटना के बाद से दहशत में जी रहे हैं। रोजाना बजरंग दल और गौरक्षा वाले आ कर हमें धमकाते हैं। पीएम मोदी ने गौरक्षकों के बारे में सच कहा है कि वो गुंडे हैं। छोटे (बकरे) का मांस महंगा आता है, इसलिए हम लोग बड़े (पाड़े) का मांस खाते हैं। हमारे इलाके में हजारो लोग बड़े का मांस खाते हैं। पीएम के बयान ने हमारी हिम्मत बढ़ाई है।
क्या हुआ था घटना के रोज
26 जुलाई को मंदसौर रेलवे स्टेशन पर गौ मांस की तस्करी के आरोप में एक संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने शमीम और सलमा की पिटाई कर दी थी। पुलिस ने भी दोनों महिलाओं को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 30 किलो पशु मांस जब्त किया था। हालांकि इस मांस की किसी लैब में जांच नहीं कराई गई परंतु विधानसभा में सरकार ने जानकारी दी थी कि बरामद हुआ मांस गाय नहीं भैंस का है। पुलिस ने इन दोनों को मीट की तस्करी के आरोप में कोर्ट में पेश किया था, जहां उन्हें जमानत मिल गई। पुलिस ने तस्करी की आरोपी महिलाओं से मारपीट करने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था।
राज्यसभा में उठा था यह मुद्दा...
शमीम और सलमा की पिटाई का मामला राज्यसभा में भी गूंजा था। मायावती ने आरोप लगाया था कि बीफ के नाम पर मोदी सरकार दलितों और मुस्लिमों को परेशान कर रही है। कांग्रेस नेता गुलाब नबी आजाद ने कहा था कि गौरक्षा होनी चाहिए, लेकिन उसके नाम पर दलितों और मुसलमानों को टार्गेट कर अपमानित नहीं किया जाना चाहिए।
मोदी ने क्या कहा था
6 अगस्त को पीएम ने गौरक्षा के मुद्दे पर बोलते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया था। उन्होंने कहा था कि कई लोगों ने गऊ रक्षा के नाम पर अपनी दुकानें चला रखी हैं। मोदी ने राज्य सरकारों से ऐसे लोगों का लेखा-जोखा तैयार करने को भी कहा है। मोदी ने दावा किया कि 70-80 प्रतिशत लोग नकली गौ-सेवक हैं।