
उनके मुताबिक, छात्राओं के लिए भारतीय ड्रेस कोड लागू होगा। छात्रावास से बाहर जाने पर उसी ड्रेस कोड का पालन करना होगा। पोशाक, बोलचाल, चाल-ढाल और व्यवहार आदि गरिमामय हो। वहीं, हॉस्टल में रहने वालीं लड़कियों को टखने से ऊंचे कपड़े पहनने की अनुमति नहीं है। कुलीन परंपराओं का अनुसरण करें।
इसके अलावा कॉलेज या हॉस्टल से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी समाचार पत्र में देना दुराचरण के दायरे में आएगा। इसमें दोषी पए जाने पर संबंधित छात्रा को कॉलेज से निष्काषित तक किया जा सकता है। इस बारे में जब कॉलेज के प्राचार्य डॉ. चंद्रा रत्नाकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, ये नियम सरकार बनाती है और हम केवल उन्हें लागू करते हैं। जबकि छात्रावास कमेटी के अध्यक्ष और एसडीएम संतोष चंदेल का कहना है कि, इस तरह के नियमों को कोई भी प्रस्ताव बैठक में नहीं आया है।