भोपाल। 2015 में होने वाली संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा अब 2017 में कराने की योजना बनाई जा रही है। यह भी केवल योजना ही है। परीक्षाएं हो पाएंगी, इसे लेकर संशय बना हुआ है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि इस परीक्षा का आॅनलाइन आयोजन हमारे बस से बाहर है। हम इस परीक्षा के लिए इंकार नहीं कर सकते लेकिन इसका आयोजन भी नहीं करा सकते, क्योंंकि इस परीक्षा में करीब 50 लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। इतनी संख्या में कम्प्यूटर तो पूरी सरकार के पास ही नहीं है।
संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा अब सरकार के लिए चुनौती बन गई है। लगातार परीक्षा के टलने से मुख्यमंत्री के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है। 2018 में चुनाव हैं। यदि 2017 में परीक्षाएं नहीं हुईं तो इसका सीधा प्रभाव चुनाव पर पड़ेगा। अभ्यर्थी 2015 से तैयार हैं। यह संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। अनुमान है कि इस परीक्षा में 50 लाख अभ्यर्थी भाग लेंगे, जबकि भर्तियां केवल 40 हजार ही होनी हैं।
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने अपने बेवसाइट पर संविदा शिक्षक भर्ती की तारीख तो घोषित कर दी लेकिन प्रबंधन को पूरा भरोसा है कि लास्ट टाइम यह तारीख हटा ली जाएगी। सरकार ने पारदर्शिता के नाम पर परीक्षाएं आॅनलाइन कराने का ऐलान तो कर दिया लेकिन अब परीक्षाएं सम्पन्न कराना सरकार के बस में नहीं रह गया है। देखते हैं 3 साल से लगातार चली आ रही इस समस्या का कोई हल निकाला जा सकता है या नहीं।