झाबुआ। आंगनवाड़ी सहायिका जैसी अदनी सी पोस्ट पर काम करने वाली एक महिला से महिला बाल विकास विभाग में परियोजना अधिकारी की नजदीकी महिला कर्मचारी ने 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। ना देने पर नौकरी से निकालने की धमकी भी दी थी। लोकायुक्त ने आज जब छापामार कार्रवाई में उसे गिरफ्तार किया तो मीडिया के कैमरों से बचने के लिए मुंह छिपाने लगी।
जानकारी के मुताबिक, एकीकृत बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी कार्यालय में सहायक ग्रेड तीन के पद पर पदस्थ तारा सिंगाड़िया ने गेहलर बड़ी गांव की आंगनवाड़ी सहायिका पूना भाबोर (59) से 10 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी।
रिश्वत नहीं देने पर आरोपी कर्मचारी ने पूना को रियाटर्मेंट से पहले नौकरी से निकालने की धमकी दी थी। इस वजह से महिला काफी तनाव में आ गई थी। मां को तनाव में देख पूना के बेटे साधू ने लोकायुक्त पुलिस से मामले की शिकायत कर दी। पुलिस ने शिकायत की तस्दीक करते हुए तारा को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई। शुक्रवार को तारा ने जैसे ही रिश्वत के रूप में पांच हजार की राशि पूना से ली, वैसे ही वहां मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उसे दबोच लिया।