छतरपुर। गर्रापुर गांव के बच्चों को स्कूल जाने के लिए कपड़े उतारने पड़ते हैं। लड़के तो पूरे कपड़े उतारकर जाते हैं, जबकि लड़कियां भी कमर के नीचे के कपड़े उतार देतीं हैं। यह सब इसलिए क्योंकि घर से स्कूल के बीच आधा किलोमीटर के रास्ते पर पानी भरा हुआ है।
बुंदेलखंड क्षेत्र में उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश का सीमावर्ती गांव गर्रापुर उर्मिल डेम के किनारे बसा है। बारिश के चलते उर्मिल डेम में बेतहाशा पानी आ गया जिसकी वजह से गांव का एकमात्र पहुंच मार्ग भी डूब गया। अाधा किलोमीटर रास्ते पर पानी ही पानी लहरा रहा है। गांव के लोग अपने घराें में बंधक बन गए हैं।
स्कूल जाने वाले बच्चों को तो रोज मौत का सामना करना पड़ता है। बच्चे स्कूल जाते समय कपड़े उतारकर बैग में रखते हैं, फिर अर्धनग्न होकर बैग को सिर पर रखकर पानी से निकलते हैं।लड़कियां भी अपने कमर के नीचे कपड़े उतारकर रास्ता पार करने को मजबूर होती हैं। ग्रामीणों की मानें तो साल के 6 महीने ऐसी ही स्थिति रहती है।