
उन्होंने बसपा का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि इस देश में ब्राह्मणों ने इतिहास रचा था, लेकिन आज यहां अम्बेडकर के नाम पर राजनीति होती है। जरा भी कुछ हो जाता है तो दंगे शुरू हो जाते हैं।
लेकिन अंबेडकर का नाम भीमराव न कहकर बाबा साहब अंबेडकर कहने वाले लोगों से पूछना चाहता हूं कि भीमराव को उनकी प्राथमिक शिक्षा दिलाने का काम किसने किया था, उन्हें यूरोप में शिक्षा दिलाने का काम किसने किया था। भीमराव अपने नाम के आगे अंबेडकर की उपाधि लगाए थे, यह उनका नाम नहीं था। वो दीनदयाल उपाध्याय जैसे सैद्धांतिक दृष्टिकोण पर चलने वाले लोगों जैसा था।