नईदिल्ली। जातिवाद का जहर राजनीति से उतरकर समाज के हर वर्ग तक पहुंच रहा है। अब रक्तदान में भी जातिवाद नजर आया है। हैदराबाद के एक ब्लड बैंक को 'ओ पॉजिटिव' डोनर की तलाश है परंतु वह एक जाति विशेष का होना चाहिए।
टि्वटर हैंडल @bloodplusapp रक्त दाताओं का एक समूह है। गुरुवार को इससे एक ट्वीट किया गया कि एक बच्चे को खून की जरूरत है जो काम्मा जाति के रक्त दाताओं का हो। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में काम्मा जाति को शक्ितशाली उच्च जाति में माना जाता है। इस ट्वीट के साथ ही एक मोबाइल नंबर दिया गया था, जिससे मैक्स क्योर हॉस्पिटल में भर्ती बच्चे के माता-पिता से संपर्क किया जा सकता था।
सोशल मीडिया पर इस जातिगत प्रक्रिया पर गुस्सा हाजिर किया है। इसके बाद ग्रुप ने ट्वीट को डिलीट कर दिया और मांफी मांगते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें कहा कि उसे एक अज्ञात व्यक्ित की ओर से ट्वीट मिला था और उसकी पुष्टि किए बिना पोस्ट कर दिया गया।