इंदौर। स्टूडेंट्स कब कि बात से तनाव में आ जाएं पता करना मुश्किल होता है। यहां बीकॉम फर्स्ट ईयर की एक छात्रा कील मुंहासों से इस कदर परेशान थी कि उसने कॉलेज ही जाना बंद कर दिया। वो घर से भी बहुत जरूरी होने पर ही निकलती थी। यहां तक तो ठीक था परंतु जब उसे मुंहासों से निजात नहीं मिली तो उसने पॉइजन खाकर सुसाइड कर लिया।
पलासिया पुलिस के अनुसार, चार महीने पहले धार जिले के राजगढ़ की रहने वाली 20 वर्षीय दामिनी जैन को मुंहासे आना शुरू हुए। धीरे-धीरे दोनों तरफ के गाल पिंपल्स से भर गए। इससे वह तनाव में रहने लगी। चचेरे भाई वैभव ने बताया कि घर वाले उसे काफी समझाते थे कि इसका इलाज संभव है, लेकिन उसे लगता था कि अब उसका चेहरा खराब हो जाएगा।
कभी भी पहले की तरह अच्छी नहीं दिखेगी। उसके जहर खाने का पता चलने के बाद उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहां से उसे इंदौर रेफर कर दिया गया। यहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पिता ने पर्युषण के बाद इलाज का किया था वादा
पिता सुनील जैन ने बताया कि उन्होंने बेटी दामिनी से वादा किया था कि पर्युषण पर्व के बाद वे इंदौर में अच्छे डॉक्टर से इलाज कराएंगे। उसका चेहरा ठीक हो जाएगा, लेकिन वह पिता की बात भी समझ नहीं पाई।
एक घंटे तक नहीं हो पाई स्ट्रेचर की व्यवस्था
स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं होने से एमवायएच अस्पताल में दामिनी का शव करीब एक घंटे तक गाड़ी में ही रखा रहा। अस्पताल में मंगलवार को काफी शव थे। परिजन काफी देर तक शव उतारने का इंतजार ही करते रहे।