
टीवी रिपोर्ट के मुताबिक, कलिखो पुल का शव उनके आवास पर पंखे से झूलता मिलता। बताया जा रहा है कि वह पिछले कुछ समय से काफी परेशान थे। कलिखो पुल ने कांग्रेस ने बागी होकर बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई थी, जिसे कोर्ट ने असंवैधानिक घोषित कर दिया था। कलिखो को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। जिसके बाद दोबारा कांग्रेस के नुबाम तुकी राज्य के मुख्यमंत्री बने।
कलिखो पुल छह महीने राज्य के सीएम रहे। सीएम पद छोड़ने के बाद से वह सीएम आवास में ही रह रहे थे। 47 साल के पुल को राजनीति में काफी सक्रिय माना जाता था। उनकी मौत आत्महत्या है या हत्या एवं यह किन कारणों से हुई फिलहाल पता नहीं चल पाया है।