भोपाल। राजस्थान में करीब 3 महीने पहले दर्ज हुई करोड़ों की चिटफंड धोखाधड़ी के एक मामले में भाजपा विधायक मुरलीधर पाटीदार के अलावा राजस्थान के कई भाजपाई दिग्गज भी शामिल हैं। इन लोगों 'सनसाइन इंफ्राबिल्ड कॉर्पोरेशन लिमिटेड' के नाम से एक फर्जी कंपनी बनाई और देश के 6 राज्यों में अपना नेटवर्क फैलाकर करोड़ों की ठगी की है। पुलिस का अनुमान है कि यह करीब 100 करोड़ की चिटफंड धोखाधड़ी है।
राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित पिडावा थाने में 5 मई 2016 को मुरलीधर पाटीदार सहित 13 अन्य लोगों के खिलाफ धारा 420, 409 आईपीसी और धारा 3,4,5 चिटफंड एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में पाटीदार को विधायक दर्ज नहीं किया गया है, क्योंकि जब मुरलीधर पाटीदार चिटफंड फ्रॉड कंपनी के साथ काम कर रहे थे, तब वो विधायक नहीं थे।
जनता की पसीने की कमाई ठगी करने वालों में झालावाड़ जिला पंचायत उपाध्यक्ष और पिडावा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष का भी नाम शामिल हैं। आरोपियों में कंपनी का मास्टरमाइंड धरमसिंह कुशवाह, हरीश बाबू, वकील सिंह और जगदीश सिंह अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं।
6 राज्यों में था ठगी का कारोबार
सनसाइन इंफ्राबिल्ड कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी के कर्ताधर्ताओं के तार 6 राज्यों तक जुड़े हुए हैं। सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, युपी, छत्तीसगढ़ राज्यों में कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के कई प्रकरण दर्ज हैं। यही नहीं, इन प्रकरणों में कंपनी के संचालकों के खिलाफ पुलिस ने इनाम भी घोषित कर रखा है।
जनता को रकम दोगुना करने का लालच
गुराडिया गांव निवासी बंशीलाल सहित 500 से अधिक लोगों ने झालावाड एसपी से शिकायत में कहा था कि, लोगों से रुपए दुगने करने के नाम पर वर्ष 2006 से रुपए ऐंठे जा रहे थे। सनसाइन चिटफंड कंपनी चेन सिस्टम के माध्यम से सदस्य बनाती है और मोटी रकम मासिक, त्रैमासिक, छमासिक और साल में एक बार ले जाती है। जब दुगनी रकम लौटाने का समय आया तो संबंधित लोगों को चेक बांट दिए और वे बाउंस हो गए। इसके बाद कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने लोगों से बहला-फुसलाकर चेक वापस ले लिए और डीडी के माध्यम से रकम लौटाने की बात कह कर रफूचक्कर हो गए।
कुल 100 करोड़ रुपए डकारे
पुलिस की मानें तो अकेले पिडावा क्षेत्र से 4 करोड से अधिक की राशि चिटफंड कंपनी ने डकार ली है। राजस्थान पुलिस की जांच के बाद लगातार ठगी के शिकार लोग थानों में पहुंच रहे हैं। अन्य राज्यों में भी कंपनी पर ठगी के आरोप हैं। अंदेशा लगाया जा रहा है कि चिटफंड कंपनी ने अब तक करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी की है।
पहले भी कर चुके हैं चिटफंड कारोबार
भोपाल समाचार के सूत्रों ने बताया है कि मुरलीधर पाटीदार पहले भी कुछ फर्जी कंपनियों की ठगी वाली इन्वेस्टमेंट योजनाओं का प्रमोशन कर चुके हैं, परंतु तब शिकायतकर्ताओं के निशाने पर कंपनियों के संचालक रहे। पाटीदार की शिकायत नहीं की गई थी। अब इस खुलासे के बाद वो लोग भी पाटीदार के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराने पर विचार कर रहे हैं।