देहरादून। सार्क देशों के गृहमंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान पहुंचकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। जिससे डरकर पाकिस्तान ने राजनाथ सिंह के स्पीच को ब्लैक ऑउट कर दिया। जिससे खफा गृहमंत्री पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाकर स्वदेश लौटे तो संसद में उन्होंने पड़ोसी को दी गई नसीहत को देश के सामने रखा। जिसका सभी दलों ने एकसुर में समर्थन किया और एक मजबूत नेता बनकर उभरे।
राजनाथ सिंह के पाकिस्तान से लौटने के बाद उनके विरोधी भी मुरीद बन गए। वहीं बीजेपी के धुरविरोधी कहे जाने वाले गांधी परिवार के गुरु और संतों में सर्वोच्च पद बैठे शंकराचार्य ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा पाकिस्तान को सख्त संदेश देने का समर्थन करते हुए कहा कि राजनाथ सिंह ने देश का मान बढ़ाया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवाज शरीफ की माता के पैर छूकर चले आते हैं।
स्वरूपानन्द सरस्वती ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की मां को प्रणाम करके वापस आ गए थे, लेकिन राजनाथ ने अपनी बात रखी, जिससे देश का सम्मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सफलता तब मानेंगे जब भारत से आतंकवाद समाप्त हो जाएगा और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर आतंकवाद का कड़ाई से मुकाबला करना होगा।
वहीं शिवभक्त कांवड़ियों पर शरद यादव द्वारा दिए गए विवादित बयान पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने शरद यादव पर तीखा पलटवार किया है। शंकराचार्य ने कहा कि शरद यादव क्या करते हैं वे केवल नेता हैं और नेतागीरी करते हैं ये लोग धर्म की निंदा के सिवा और कुछ नहीं करते। पुरुष, महिला और बच्चे अपना काम छोड़ भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कावड़ उठाते हैं। इन लोगों की बदौलत सनातन धर्म आज ज़िंदा है। ये लोग किसी पार्टी के नहीं है इनके लिए सनातन धर्म ही इनकी पार्टी है और ये हमारे लिए गर्व की बात है।